"जब चाँद सितारे चमक रहे हों,
जब यादों के फूल महक रहे हों,
जब दीद को नैन तरस रहे हों,
जब आँखों से आंसू बरस रहे हों!
मेरी पागल सी मोहब्बत तुम्हे याद आएगी!
जब तन्हाई से दिल घबराएगा,
जब तुम्हे अकेलापन सताएगा,
जब कोई ख्वाब भी नहीं आएगा,
जब फूल किताब में ही रह जाएगा,
मेरी पागल सी मोहब्बत तुम्हे याद आएगी!!"
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें